वो आपका पलके झुका के मुस्कुराना; वो आपका नजरें झुका के शर्मना; वैसे आपको पता है या नहीं हमें पता नहीं; पर इस दिल को मिल गया है उसका नज़राना।
Like (0) Dislike (0)
वो आपका पलके झुका के मुस्कुराना; वो आपका नजरें झुका के शर्मना; वैसे आपको पता है या नहीं हमें पता नहीं; पर इस दिल को मिल गया है उसका नज़राना।
Your Comment