करीब आओगे तो शायद हमें समझ लोगे
ये फासले तो ग़लतफ़हमियां बढ़ाते हैं
करीब आओगे तो शायद हमें समझ लोगे
ये फासले तो ग़लतफ़हमियां बढ़ाते हैं
तुम अपने बारे मै मुझसे भी पुछ सकते हो
ये तुमसे किसने कहा की आईना ही जरूरी है
बख्शे हम भी न गए, बख्शे तुम भी न जाओगे,
वक्त जानता है, हर चेहरे को बेनकाब करना...!
जब बिखरेगा तेरे रूखसार पर तेरी आँखों का पानी
तुझे एहसास तब होगा मोहब्बत किस को कहते है
कोई मुझ से पूछ बैठा बदलना किस को कहते हैं
सोच में पड़ गया हूँ मिसाल किस की दूँ मौसम की या तेरी
तैरना तो आता था हमे मोहब्बत के समंदर मे लेकिन
जब उसने हाथ ही नही पकड़ा तो डूब जाना अच्छा लगा
Ho Sake To Thoda Pyar Jata de
Sukhi Padi KI IS Zamin ko Bhiga De
Dekh Lete Hai Log Aankhon Se DiL ki Halat
Mujhse Ab Tere Diye Dard ki Hifazat Nahi Hoti
Aey Ishq Suna Tha Tu Andha hai,
Fir mere Ghar ka Rasta tujhe Kisne Bataya??
Er kasz
Usay Main DiL Mein Rakh Leta Agar Hota Mere Bas Mein
Usay Sab Dekhtay Hain Toh Mujh Se Dekha Nahi Jaata
नसीहतें अच्छी देती है दुनिया
अगर दर्द किसी और का हो
कितने बेबस हैं तेरी चाहत में
तुझे खो कर भी अब तक तेरे हैं