Meri tanhayi ko mera shoq mat samajhna
Bohat pyar se diya hai yeh tohfa kisi ne

बुरा हमेशा वही बनता हे,
जो अच्छा बनके टूट चूका होता हे.

मेरा रब भी रूठा है मुझसे शायद
मैं तुझे मांगू भी तो किससे
Er kasz

वो भी जिन्दा है मै भी जिन्दा हूँ
कत्ल तो सिर्फ इश्क का हुआ है

मेरी खुद्दारी इजाज़त नही देती
कैसे कहूँ कि मुझे तेरी जरुरत है

कितना मुश्किल है मनाना उस शख्स को
जो रूठा भी न हो और बात भी न करे

लोग मुझसे मेरी उदासी की वजह पूछते है
इजाजत हो तो तेरा नाम बता दूँ...??

टूट सा गया है मेरी चाहतो का वजूद
अब कोई अच्छा भी लगे तो हम इजहार नही करते
Er kasz

बेदर्द सनम हमको भी कहाँ आती थी शायरी
तेरी जुल्फ के शिकार है बस तब से बिमार है

जिन्हेँ गुस्सा आता है वो लोग सच्चे होते है.. मैँने झुठोँ कोअक्सर मुस्कुराते हुए देखा है...

Bharosa Dua Wafa Khawab Maan Mohabbat
Kitne Naam on Mein Simte Ho Sirf Ek Tum

Bada ajeeb hota hai yeh muhabbat ka khel bhi
Ek thak jaye to dono har jaty hain

Tukde pade the raah me kisi haseen si tasveer ke
Lagta hai aaj koi deewana samajhdar ho gaya

Tanhayi Ke Aatishdaan Me Main Lakri Ki Tarah Jalta Tha
Tere Saath Tere Hamraahi Mere Saath Mera Rasta Tha

नसीहत अच्छी देती है दुनिया
अगर दर्द किसी और का हो