Home
Aapka Swagat Hai
Shayari Bazar
Mai
Toggle navigation
Menu
English
Punjabi
Hindi
Urdu
Haryanvi
Two-lines
Riddles
Sms
Facebook Status
Jokes
Quotes
Catholic
Home
Two Lines
Dard Shayari
पता नही ये बादल क्यूँ भटक
पता नही ये बादल क्यूँ भटक
पता नही ये बादल क्यूँ भटक रहे हैं फ़िज़ा में दर-बदर
शायद इनसे भी बात नहीं करता इनका अपना कोई
Like
(
2
)
Dislike
(
0
)
Share
Related Post
Kiya Mila Mujhe Saari Umer Mohbbt
सुनो बहुत इंतजार करता हूँ तुम्हारासिर्फ
न शिकायतें न सवाल है कोई
वो मिल जाए मुझे तो यू
काश तू सुन पाता खामोश सिसकियां
तेरी यादों के संग बरसती रही
kabhi kabhi meri ankhain yun he
तू जाहिर है लफ्ज़ों में मेरेमैं
सबक इस ज़िन्दगी में बस इतना
मत पूछ दास्तान ऐ इश्कजो रूलाता
Your Comment
Login
Your Comment