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Two Lines
Dil Shayari
मेरी खता इतनी थी की जीना
मेरी खता इतनी थी की जीना
मेरी खता इतनी थी की जीना ना आया
दिमाग वालो की बस्ती थी और
मुझे दिल को कहाँ रखना हैं समझ ना आया
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