Home
Aapka Swagat Hai
Shayari Bazar
Mai
Toggle navigation
Menu
English
Punjabi
Hindi
Urdu
Haryanvi
Two-lines
Riddles
Sms
Facebook Status
Jokes
Quotes
Catholic
Home
Two Lines
Hate Shayari
देखकर भी तुमने जब नजरें चुराई
देखकर भी तुमने जब नजरें चुराई
देखकर भी तुमने जब नजरें चुराई थी
मजबूर होकर दूर हटा क्या बेवफाई थी
Like
(
0
)
Dislike
(
1
)
Share
Related Post
लफ़्जो को पिरोने का हुनर सिखा
मैं उस किताब का आखिरी पन्ना
बहुत रोई होगी वो खाली कागज
वजह नफरतों की तलाशी जाती हैमोहब्बत
प्यार किया ना मैंने तुमसे यार
मुझे मजबूर करती हैं यादें तेरी
आज शायरी नहीं बस इतना सुन
चलती राहों में यूँ ही आँख
कोई और गुनाह करवा दे मुझ
पलकों को अब झपकने की आदत
Your Comment
Login
Your Comment