Home
Aapka Swagat Hai
Shayari Bazar
Mai
Toggle navigation
Menu
English
Punjabi
Hindi
Urdu
Haryanvi
Two-lines
Riddles
Sms
Facebook Status
Jokes
Quotes
Catholic
Home
Two Lines
Inspirational Shayari
वो धागा ही था जिसने छिपकर
वो धागा ही था जिसने छिपकर
वो धागा ही था जिसने छिपकर पूरा जीवन मोतियों को दे दिया
और ये मोती अपनी तारीफ पर इतराते रहे उम्र भर
Like
(
17
)
Dislike
(
6
)
Share
Related Post
मैं श्रेष्ठ हूँ यह आत्मविश्वास है
अपने वजूद पर इतना न इतरा
जो लोग आप से जलते है
शहर के तमाम इज्जतदारों ने करली
मैं वो बुरी चीज हूं जो
रुठुंगा अगर तुजसे तो इस कदर
आमतौर पे एक सुंदर कन्या को
जिंदगी में पीछे देखोगे तो अनुभव
पाँव सूखे हुए पत्तों पर अदब
आत्म निरीक्षण इस संसार का सबसे
Your Comment
Login
Your Comment