Home
Aapka Swagat Hai
Shayari Bazar
Mai
Toggle navigation
Menu
English
Punjabi
Hindi
Urdu
Haryanvi
Two-lines
Riddles
Sms
Facebook Status
Jokes
Quotes
Catholic
Home
Two Lines
Kashish Shayari
उसने थामा था मेरा हाथ उस
उसने थामा था मेरा हाथ उस
उसने थामा था मेरा हाथ उस पार जाने के लिये
मेरी एक ही तमन्ना थी कि कभी किनारा न आए
er kasz
Like
(
0
)
Dislike
(
0
)
Share
Related Post
बहुत है मेरे मरने पर रोने
खूबसूरत जिस्म हो या सौ टका
हो सके तो अब कोई सौदा
क्या करोगे ये जानकर कि कितना
Uski jeet se hoti he khushi
एहसास ए मुहब्बत के लिए बस
धन से बेशक गरीब रहो पर
बहुत थे मेरे भी इसदुनिया मेँ
लिखता हूं पत्र खून से स्याही
कमाल का ताना देती है वो
Your Comment
Login
Your Comment