संगमरमर की तारीफ ना कर मुझसे तु कहे तो आँसुआं से मुहब्बत लिख दुं
चूमने के लिये झुक जाएगा ताजमहल भी जिस जमीं पर तेरा नाम लिख दू
Like (0) Dislike (1)
संगमरमर की तारीफ ना कर मुझसे तु कहे तो आँसुआं से मुहब्बत लिख दुं
चूमने के लिये झुक जाएगा ताजमहल भी जिस जमीं पर तेरा नाम लिख दू
Your Comment