Tukde pade the raah me kisi haseen si tasveer ke
Lagta hai aaj koi deewana samajhdar ho gaya

Ab to ankhon me ummeed ki gunjaish bhi nazar nahi aati
Ashkon ki siyaahi se jo likhe the saare armaan humne

Kamal ka jigar hai unka dosto
unko malum hai hum unke bina nahi reh sakte
fir bhi chhod kar chale gaye

लोग सीने में क़ैद रखते हैं
हम ने सिर पे चढ़ा रखा है दिल को

मुहब्बत के साए में आज़ाद रह कर
कोई हंस रहा है कोई रो रहा है

जहर से खतरनाक है यह मोहब्बत
जरा सा कोई चख ले तो मर मर के जीता है

मुझे सिर्फ दो चिजो से डर लगता है
1 तेरे रोने से
ओर
2 तुझे खोने से

खुद को मेरे दिल में ही छोड़ गए हो
तुम्हे तो ठीक से बिछड़ना भी नहीं आता

पलकों को अब झपकने की आदत नहीं रही
जाने क्या हुआ है तुम्हें देखने के बाद

दिल दिया है तो दिल मिला भी होगा किसी से
क्यों इश्क में हिसाब किए फिरते हो

जब से मैंने मेरे महबूब को खुदा मना
दिल की मस्जिद से धड़कने भी अजान देती हैं

खामोश हूँ सिर्फ़ तुम्हारी खुशी के लिये
ये न सोंचना कि मेरा दिल दुःखता नहीं

जब तुम ही नहीं हो तो ज़माने से मुझे क्या
ठहरे हुए जज़्बात में जाँ है भी नहीं भी

नकाब तो उनका सर से ले कर पांव तक था
मगर आँखे बता रही थी के मोहब्बत के शौकीन थे वो

अपने हर एक लफ्ज का खुद आइना हो जाऊँगा
किसी को छोटा कहकर मैं कैसे बड़ा हो जाऊँगा