👦‎मैं‬ ‪#‎लब‬ हूँ मेरी‬ बात ‪#‎तुम‬ हो ,
मैं ‪#‎तब‬ हूँ , ‪#‎जब‬ मेरे ‪#‎साथ‬ तुम हो .. Er kasz

जिन्दगी मे दो चीज़े कभी मत कीजिए
झूठे आदमी के साथ प्रेम और सच्चे आदमी के साथ गेम

ए खुदा तू इश्क़ न करना वरना पछतायेगा,,
हम तो मर कर तेरे पास आते हैं,, तू कहाँ जायेगा...

मिटा दे उसकी तसवीर मेरी आंखौ सै ऐ खुदा
अब तौ वौ मुझै ख्वाबौ मै भी अच्छी नही लगती

माना कि बहुत कीमती है वक्त तुम्हारा मगर
हम भी नायाब हैं ये तुम्ही ने कहा था कभी.

वो मैय्यत पे आए मेरी और झुक के कान में बोले
सच में मर गए हो या कोई नया तमाशा है
Er kasz

मेरा हक तो नही है फिर भी ये तुमसे कहते हैं
हमारी जिंदगी ले लो मगर उदास मत रहा करो

नहीं शिकवा मुझे कुछ तेरी बेवफाई का....
गिला तो तब हो अगर तूने किसी से भी निभायी हो..!!!

जितना आज़मा सकते हो आज़माओ सब्र मेरा
हम भी देखें हम टूट कर कब तलक बिखरते हैं
er kasz

मिट्टी में मिला देती है हँसते हुए चेहरे
तकदीर को कहाँ रिश्तों की पहचान होती है

शिकायत तो नहीं कोई मगर अफ़सोस इतना है
मुहब्बत सामने थी और हम दुनिया में उलझे थे

यही सोचकर कोई सफाई नहीं दी हमने.
कि इल्जाम झूठे भले हैं पर लगाये तो तुमने हैं
Er kasz

मुझे भी जरुरुत है तेरी बाहो की
दुनिया के वजूद और दुनिया के रास्ते बहुत कमजोर है

मोहब्बत में कभी कुछ वादे किये थे तूने
आज टूटे हुए वादे भी तेरा रास्ता देखते हैं

कौन कहता है कि मैं खूबसूरत लिखता हूँ ??
खूबसूरत तो वो लोग है जो इसे पसन्द करते हैं !!