जितना रूँठना है रूँठ ले पगली..!!
जिस दिन हम रूँठ गए उस दिन तू जीना ही भूल जाएगी...!!!
जितना रूँठना है रूँठ ले पगली..!!
जिस दिन हम रूँठ गए उस दिन तू जीना ही भूल जाएगी...!!!
ठान लिया था कि अब और नहीं लिखेंगे
पर उन्हें देखा और अल्फ़ाज़ बग़ावत कर बैठे
er kasz
कुछ रूठे हुए लम्हें कुछ टूटे हुए रिश्ते……
हर कदम पर काँच बन कर जख्म देते है..
उसे किस्मत समझ कर सीने से लगाया था
भूल गए थे के किस्मत बदलते देर नहीं लगती…!!!
अपनी जवानी में और रखा ही क्या है कुछ तस्वीरें यार
की बाकी बोतलें शराब की
Er kasz
नाकामयाब मोहब्बत ही सच्ची होतीं है
कामयाब होने के बाद तो मोहब्बत नही बचती
बिछड़ के तुमसे मैं ज़िन्दा रहूँ
मुमकिन नही ये ज़माना लाख कहे ऐतबार मत करना
मिल जाएँगे हमारी भी तारीफ़ करने वाले
कोई हमारी मौत की अफ़वाह तो फैलाओ यारो
ये ना पूछ के शिकायतें कितनी हैं तुम से,
तू बता के तेरा कोई और सितम बाक़ी तो नही .
मुझसे सब मेरी ख़ामोशी का सबब पूछ्तें हैं.
कशमकश में हूँ तेरा नाम बताऊँ कैसे...!!!
दिल जाली के यहाँ तुम आना जाना छोड़ दो
गिर पड़ेगी बिजलिया यू मुस्कुराना छोड़ दो
तुझको खबर नहीं मगर एक बात सुन ले..!!
बर्बाद कर दिया तेरे दौ दिन के प्यार ने !! 😌😌 Er kasz
बहुत दर्द देती है ये खामोशी तेरी
मोहब्बत नहीं होती तो चल थोड़ा झगड़ लेते है
चलते रहेंगे क़ाफ़िले मेरे बग़ैर भी यहाँ
एक तारा टूट जाने से फ़लक़ सूना नहीं होता
बदल जाऊँगी मैं भी इक दिन पूरी तरह
तुम्हारे लिये न सही तुम्हारी वजह से यकीनन