Dil Agar Hai To Dard Bhi Ho Ga
Iss Ka Koi Nahi Hai ilaaj Shayed
Dil Agar Hai To Dard Bhi Ho Ga
Iss Ka Koi Nahi Hai ilaaj Shayed
Agar palak pe hai moti to ye nahin kaafi
Hunar bhi chahiye alfaaz me pironay Ka
Chala ata hai tera aks khayalon me mery,
Tujh ko na sahi teri rooh ko mahobbat he mujhse.
आपको देखकर देखता रह गया
क्या कहूँ और कहने को क्या रह गया
अजीब दस्तूर है मोहब्बत का
रूठ कोई जाता है टूट कोई जाता है.
निगाहों को कहो कि अपनी हद में रहे
इश्क को आदत है आवारा घूमने की
अौकात की बात मत कर पगली
हम तो इंटरनेट भी मेन बेलेंस पर चलाते है
दिलो जान से करेंगे हिफ़ाज़त उसकी
बस वो एक बार कह दे की वो मेरा है
तेरा इतना HURT करने के बावजूद में
तुजे क्यों भूल नहीं पाता बता मुझे
चाहे तो दिल की किताब खोल भी देते हम,
मगर उस पढने वाले को फुरसत ही नही थी...!
मुझे मजबूर करती हैं यादें तेरी वरना
शायरी करना अब मुझे अच्छा नहीं लगता
झूठ अगर यह है की तुम मेरे हो
तो यकीन मानो सच मेरे लिए कोई मायने ही नही रखता
मैंने जान बचा के रखी है एक जान के लिए
इतना इश्क कैसे हो गया एक अनजान के लिए
मुझको पढ़ना हो तो मेरी शायरी पढ़ लो
लफ्ज़ बेमिसाल ना सही ज़ज़्बात लाजवाब होंगे
मजबूरियां ओढ़ के निकलता हूँ घर से
वर्ना शौक तो अब भी है बारिशों में भीगने का