तेरी महफ़िल से उठे तो किसी को खबर तक ना थी
तेरा मुड़-मुड़कर देखना हमें बदनाम कर गया
er kasz

अच्छा हुआ जो तुमने तोड़ दिया गुस्ताख दिल को,
कमबख्त मुझसे ज़्यादा तुझसे प्यार करता था .

अजब तमाशा है मिट्टी से बने लोगों का
बेवफ़ाई करो तो रोते हैं अगर वफ़ा करो तो रुलाते हैं...

ये नजर चुराने की आदत आज भी नहीं बदली उनकी
कभी मेरे लिए जमाने से और अब जमाने के लिए हमसे
er kasz

सब सो गये अपने हाले दिल बयां करके
अफसोस की मेरा कोई नहीं जो मुझसे कहे तुम क्यों जाग रहे हो
Er kasz

तुझे तो हमारी मोहब्बत ने मशहूर कर दिया बेवफ़ा
वरना तू सुर्खियों में रहे तेरी इतनी औकात नहीं

किसी के दिल में क्या छुपा है ये बस खुदा ही जानता है
दिल अगर बेनकाब होता तो सोचो कितना फसाद होता

आज रात मैंने अपने दिल से उसका रिश्ता पूछा
कम्बख्त कहता है जितना मैं उसका हूॅ उतना तेरा भी नही ..

हम तो इश्क़ के नशे में उनको खुदा बना डाले
होश तो तब आया जब उन्होंने कहा की खुद किसी एक का नहीं होता

ये मोहब्बत के हादसे अक्सर दिलों को तोड़ देते हैं
तुम मंज़िल की बात करते हो लोग राहों में छोड़ देते हैं

जो मेरे बूरे वक्त मे मेरे साथ हैं में उन्हें वादा करता हूँ
मेरा अच्छा वक्त सिर्फ उनके लिये होगा
Er kasz

एक अज़ीब सा रिश्ता है मेरे और ख्वाहिशों के दरम्यां,
वो मुझे जीने नही देती… और मै उन्हे मरने नही देता.Er kasz

नीलाम कुछ इस कदर हुए, बाज़ार-ए-वफ़ा में हम आज,
बोली लगाने वाले भी वो ही थे, जो कभी झोली फैला कर माँगा करते थे!! Er kasz

हर रात को तुम इतना याद आते हो के हम भूल गए हैं,
के ये रातें ख्वाबों के लिए होती हैं या तुम्हारी यादों के लिए....!!

💟सच्चा प्यार हमेशा गलतइन्सान से
होताहै...
और जब ✔सही इन्सान से प्यार
होता है...
तब वक़्त⌚ गलत होता है. Er kasz