Garaj garaj kar puchta raha raat aasmaan mujse ke
Pagle kya milega tujhe itna dard jhelkar
Fir kambakht khud hi rota raha
Pyar me mera hashar dekh kar
er kasz
Garaj garaj kar puchta raha raat aasmaan mujse ke
Pagle kya milega tujhe itna dard jhelkar
Fir kambakht khud hi rota raha
Pyar me mera hashar dekh kar
er kasz
कुछ तो संभाल कर रखते
देखो मुझे भी खो दिया तुमने
Er kasz
नशा तब दोगुना होता है
जब जाम भी छलके और आँख भी छलके
er kasz
शामे गम की कसम आज गमगी हैं हम
आ भी जा, आ भी जा आजा मेरे सनम
दिल मेरा बंगला ना धन मांगता
बदले में दिल के दिल मांगता
रोज सोचता हूँ तुम्हे भूल जाऊँ
मगर रोज सोचकर भूल जाता ह
खुद ही दे जाओगे तो बेहतर है
वरना हम दिल चुरा भी लेते हैं
फ़लक पर कबूतर दिखे जब कभी
बहुत याद आयीं तेरी चिठ्ठियाँ
रख लेता शहर को अपनी जेब में
अगर तेरी वफा बेवफा ना होती
er kasz
दोस्ती और दुश्मनी मजेदार हैं बस निभाने का दम होना चाहिए !! Er kasz