Garaj garaj kar puchta raha raat aasmaan mujse ke
Pagle kya milega tujhe itna dard jhelkar
Fir kambakht khud hi rota raha
Pyar me mera hashar dekh kar
er kasz

मै और मेरा दिल
अफसोस दोनो मर मिटे तुम पर

तुम्हे तो भूल गयी
तेरी यादो को कैसे भुलु .

हम ख़ुशबू जैसे लोग है
बस बिखरे बिखरे रहते हैं

अंदर की मत बात करो जनाब
वरना खुल जायेंगे कई नकाब

कुछ तो संभाल कर रखते
देखो मुझे भी खो दिया तुमने
Er kasz

जब मैँ कुछ नहीँ सोचता
तब भी मैँ तुम्हेँ ही सोचता हूँ

नशा तब दोगुना होता है
जब जाम भी छलके और आँख भी छलके
er kasz

शामे गम की कसम आज गमगी हैं हम
आ भी जा, आ भी जा आजा मेरे सनम

दिल मेरा बंगला ना धन मांगता
बदले में दिल के दिल मांगता

रोज सोचता हूँ तुम्हे भूल जाऊँ
मगर रोज सोचकर भूल जाता ह

खुद ही दे जाओगे तो बेहतर है
वरना हम दिल चुरा भी लेते हैं

फ़लक पर कबूतर दिखे जब कभी
बहुत याद आयीं तेरी चिठ्ठियाँ

रख लेता शहर को अपनी जेब में
अगर तेरी वफा बेवफा ना होती
er kasz

दोस्ती और दुश्मनी मजेदार हैं बस निभाने का दम होना चाहिए !! Er kasz