कितने अनमोल होते हैं यह मोहब्बत के रिश्ते भी
ताल्लुक टूट भी जाये पर चाहत कभी कम नहीं होती !!!

कुछ इस तरहा से सौदा कीया मुझसे मेरे वक़्त ने
तजुर्बे देकर वो मुझसे मेरी नादानीया ले गया
er kasz

एक ख़त कमीज़ में उसके नाम का क्या रखा
क़रीब से गुज़रा हर शख़्श पूछता है कौन सा इत्र है जनाब
Er kasz

कौन कहता है के दिल सिर्फ लफ्ज़ो से दुखाया जाता है..
कभी-कभी ख़ामोशी भी तो बड़ी तकलीफ़ देती है...!!

हमने सोचा था की बताएँगे उनको सब दुःख दर्द अपना.
उसने तो इतना भी नहीं पूछा के "उदास" क्यों हो.

तुझसे मोहबत के लिए तेरी मौजूदगी की जरूरत नही,
ज़र्रे ज़र्रे में तेरी रूह का अहसास होता है...Er kasz

सब सो गये अपने हाले दिल बयां करके
अफसोस की मेरा कोई नहीं जो मुझसे कहे तुम क्यों जाग रहे हो
Er kasz

सूरत नहीं देखी तेरी अरसे से बस वो आखिरी बार का मुस्कुरा के मिलना
आज भी जीने की वजह है मेरी
Er kasz

जी करता है चला जाऊं हसीनों की महफिल में
पर क्या करूं ये मेरे दोस्तो उतना दम ही नहीं है दिल में

कुछ दर्द मुझे तू सहने दे, अंदर से जिंदा रहने दे,
आँखें बंजर हो जाएंगी, कुछ अश्क मेरे तू बहने दे..Er kasz

चेहरा क्यों झुकाए बैठी हो न होंठों पर मुस्कान है
यह यो हमारे और तुम्हारे प्यार का इम्तिहान है

खामोश बैठें तो लोग कहते हैं उदासी अच्छी नहीं
ज़रा सा हँस लें तो मुस्कुराने की वजह पूछ लेते हैं

कमबख्त दिल तैयार ही नही होता उसे भूलने के लिए
मैं उसके आगे हाथ जोडता हूँ वो मेरे पैर पड़ जाता हैं

जहां हो, जैसे हो, वहीं ....वैसे ही रहना तुम ,
.
तुम्हें पाना जरुरी नहीं....तुम्हार
ा होना ही काफी है...!! Er kasz

एक सिगरेट ही तो है जो हमारी जान ले सकती है वरना इन
हसीन लड़कियो मे वो दम कहाँ जो ये हमारी तलब बन जाऐ