ना जाने कितनी ही अनकही बातें साथ ले गया
लोग झूठ कहते रहे कि खाली हाथ गया है

लगता है किसी ने दरवाज़े पर दस्तक दी
अगर इश्क़ हो तो कहना अब दिल यहाँ नही रहता

पूँछा जो मैंने उससे मुझको भुला दिया कैसे
चुटकी बजा के वो बोला- ऐसे ऐसे ऐसे...

इसे इत्तेफाक समझो या दर्दनाक हकीकत,
आँख जब भी नम हुई वजह कोई अपना ही निकला !!

एहसास बदल जाते हैं बस और कुछ नहीं,
वरना मोहब्बत और नफरत एक ही दिल से होती है.

“थक गया हूँ तेरी नौकरी से ऐ जिन्दगी...
मुनासिब होगा कि अब मेरा हिसाब कर दे...!!” Er kasz

खुल जाता है उनकी यादो का बाजार हर शाम
फिर अपनी रात उसी रौनक मेँ गुजर जाती है

कुछ ख़्वाब हमारे ज़माना तोड देता है ...
कुछ ज़माने के डर से, हम खुद ही तोड देते हैं ..

ιѕнq кα đαѕтυя нι кυ¢н αιѕα hai

Jσ ιѕкo jαη Ļєтα hai
ує ѕαĻα υѕι кι jααη Ļє Ļєтα нai
er kasz

तुम रख ना सकोगे मेरा तौफ़ा संभालकर
वरना मैं अभी दे दूं जिस्म से रूह निकाल कर...

जितना रूँठना है रूँठ ले पगली..!!
जिस दिन हम रूँठ गए उस दिन तू जीना ही भूल जाएगी...!!!

रोकने की कोशिश तो बहुत की पलकों ने..
पर इश्क मे पागल थे आंसू खुदखुशी करते रहे!!

ये ना पूछ के शिकायतें कितनी हैं तुम से,
तू बता के तेरा कोई और सितम बाक़ी तो नही .

मुझसे सब मेरी ख़ामोशी का सबब पूछ्तें हैं.
कशमकश में हूँ तेरा नाम बताऊँ कैसे...!!!

तुझको खबर नहीं मगर एक बात सुन ले..!!
बर्बाद कर दिया तेरे दौ दिन के प्यार ने !! 😌😌 Er kasz