नहीं करेंगे आज के बाद कभी मिन्नतें तुम्हारी
खुदा जब राज़ी होगा तब तुम तो क्या हर चीज़ मेरी होगी..

ये दिल ही तो जानता है मेरी पाक मोहब्बत का आलम....
के मुझे जीने के लिए सांसो की नहीं तेरी ज़रूरत है...

आज रात मैंने अपने दिल से उसका रिश्ता पूछा
कम्बख्त कहता है जितना मैं उसका हूॅ उतना तेरा भी नही ..

तन्हा रहना तो मोहब्बत वालो की एक रस्म है
अगर फूल सिर्फ खुशी के लिये होते तो जनाजे पर न डाले जाते

आज फिर तन्हा रातो मै इन्तेजार है मुझे उस शख्स का
जो कहा करता था तुमसे बात किए बिना नीँद नही आती ।

वो किसी और की खातिर हमेँ भूल भी गयेँ तो कोई बात नही
कभी हम भी तो भूल गये थे सारा जहाँ उन्ही की खातिर

जल्द मिलने वाली चीजे ज्यादा दिन तक नही चलती और
जो चीजे ज्यादा दिन तक चलती है वो जल्दी नही मिलती
Er kasz

गजब का हुनर है हाथों में लिखने का
मैं कलम से अपने दिल की दास्ताँ लिखती हूँ
और लोग वाह वाह करते हैं

मुझे आज भी उसके प्यार की शिद्दत रोने नही देती,
वो कहती थी मर जाउंगी मैं तुम्हारे आंसू गिरने से पहले . .

तुम क्या जानो हम अपने आप में कितने अकेले हैं .
पूछो उन रातों से जो रोज़ कहती हैं खुदा के लिए आज तो सो जाओ..!!

तुम छोड़ गये मुझको पर मैं बदल ना पाया खुद को
बस तुम्हें ही सोचना तुम्हें ही चाहना मेरा आज भी जुनून है...

मत डर ऐ बेवफा खुदा तेरी बेवफाई का हिसाब नही करेगा
हम खुद को बेवफा और तुम्हे इश्क की मिशाल बताकर आये है

अगर कुछ बनना है तो गुलाब बनो,
क्यों की ये फूल उसके हाथ में भी खुशबू छोड़ देता है,
जो इसे मसल कर फेक देता है,

नाम तो लिख दूँ उसका अपनी हर शायरी के साथ
मगर फिर ख्याल आता है मासूम सा है सनम मेरा कहीं बदनाम ना हों जाये…

अगर किसी दिन तुम्हे रोना आये तो कॉल जरूर कर लेना
हँसाने की गारंटी तो नही लेता पर तेरे साथ रोऊँगा जरूर
Er kasz