काश मै लौट पाऊँ बचपन कि उन गलियों में
जन्हा ना कोई ज़रूरी था ना कोई जरूरत

तुम मेरे पास थे हो और रहोगे
ख़ुदा का शुक्र है यादों की कोई उम्र नहीं होती

करेगी कद्र ये दुनीया भी एक दीन
बस जरा शराफत की ये बुरी आदत खत्म हो जाने दो

आज टूटेगा गुरूर चाँद का बस तुम देखना यारो
आज मेने उनसे छत पर आने को कहा है

ये नज़रें तो किसी को देखना ही नहीं चाहती ,
तो दिल में कैसे बसाएंगी किसी को ,

तु तेरे ATTITUDE का फोटो खींचकर OLX पर बेच दे
कयोंकी हम पुरानी चीजे पसंद नही करते है

पाँव सूख़े हुए पत्तों पे अदब से रखना
धूप में माँगी थी तुमने पनाह इनसे कभी

वक्त के साथ कितना कुछ बदल जाता है !
चेहरे भूल जाते हैं फिगर याद रह जाता है!!Er kasz

लगता है किसी ने दरवाज़े पर दस्तक दी
अगर इश्क़ हो तो कहना अब दिल यहाँ नही रहता

आखोँ में तेरे सपने होठों पे तेरी बात
ऐ दिन तो कट जाता है गुजरती नहीं रात✍ Er kasz

मुझे मालुम हे वह किसी और कि हो गई है
इस दिल का क्या करे जो उस वेवफा पे मरता है

आग लगाना मेरी फितरत में नही है
मेरी सादगी से लोग जलें तो मेरा क्या कसूर
Er kasz

कुछ इस अदा से तोड़े है ताल्लुक़ात उसने
की मुद्दत से ढूंढ़ रहा हु कसूर अपना
er kasz

होली का सुहाना मंजर निकल जायेगा
लगवाले रंग अंग में होली फिर अगले साल आएगा

रात गुज़री है तेरी यादों के साये में..
सुबह से तेरे ख़्वाबों में उलझा हूँ..!! Er kasz