लाल रंग की चुनरी से सजा माँ का दरबार हर्षित हुआ संसार; नन्हें नन्हें कदमों से माँ आये आपके द्वार; मुबारक हो आपको नवरात्री का त्यौहार। शुभ नवरात्री!

प्यार का तराना उपहार हो; खुशियों का नज़राना बेशुमार हो; ऐसा नवरात्री उत्सव इस साल हो! शुभ नवरात्री।

प्यार का तराना उपहार हो खुशियों का नज़राना बेशुमार हो; ना रहे कोई ग़म का एहसास; ऐसा नवरात्रि इस साल हो। नवरात्रि की शुभकामनाएं!

सारा जहां है जिसकी शरण में; नमन है उस माँ के चरण में; हम है उस माँ के चरणों की धूल; आओ मिलकर माँ को चढ़ाएं श्रद्धा के फूल। शुभ नवरात्रि।

या देवी सर्वभूतेषु प्रकृति रूपेण संस्थिता नमस्तस्वै नमस्तस्वै नमस्तस्वै नमो नम: ! जय माँ ब्रह्मचारिणी! नवरात्रि की शुभकामनाएं!

माँ दुर्गे माँ अम्बे माँ जगदम्बे माँ भवानी माँ शीतला माँ वैष्णों माँ चंडी नवरात्रि के शुभ अफसर पर माता रानी मेरी ओर से आप सभी की मनोकामना पूरी करे। जय माता दी।

एकवेणी जपाकर्णपूरा नग्ना खरास्थिता लम्बोष्टी कर्णिकाकर्णी तैलाभ्यक्तशरीरिणी। वामपादोल्लसल्लोहलताकण्टकभूषणा वर्धनमूर्धध्वजा कृष्णा कालरात्रिर्भयङ्करी॥ जय कालरात्रि माँ! शुभ नवरात्रि!

नवरात्रि के वक़्त घर पर चिकन खा सकते हैं क्योंकि घर की मुर्गी दाल बराबर होती है। शुभ नवरात्रि!

शेर पर सवार होकर; खुशियों का वरदान लेकर; हर घर में विराजी अंबे माँ; हम सबकी जगदंबे माँ। शुभ नवरात्रि!

सिंहासनगता नित्यं पद्माश्रितकरद्वया। शुभदास्तु सदा देवी स्कन्दमाता यशस्विनी॥ जय स्कंदमाता! शुभ नवरात्रि!

नव दीप जले नव फूल खिले; रोज नई बहार मिले; नवरात्रि के इस अवसर पर आपको माँ का आशीर्वाद मिले। नवरात्रि की शुभकामनाएं!

चंद्र हासोज्ज वलकरा शार्दू लवर वाहना। कात्यायनी शुभं दद्या देवी दानव घातिनि।। जय कात्यायनी देवी! शुभ नवरात्रि!

जब से तेरे दर पे आया माँ तुमने मेरे भाग्य को फेरा; चाहे तू अपना मान ना मान पर मैं तेरा हूँ तेरा। जय माता दी! शुभ नवरात्रि!

राम जी की महिमा; सीता जी का धैर्य; लछमण जी के तेवर और; भरत जी का त्याग; यह हम सबको जीवन की सीख देतें रहें! शुभ चैत्र नवरात्रि!

प्यार का तराना उपहार हो; खुशिओं का नजराना बेशुमार हो; ना रहे कोई गम का एहसास; ऐसा ही नवरात्रि उत्सव इस साल हो; शुभ नवरात्रि!