सीढ़ियां उन्हे मुबारक हो जिन्हे छत तक जाना है; मेरी मंज़िल तो आसमान है रास्ता मुझे खुद बनाना है!
सीढ़ियां उन्हे मुबारक हो जिन्हे छत तक जाना है; मेरी मंज़िल तो आसमान है रास्ता मुझे खुद बनाना है!
परिंदों को मिलेगी मंज़िल यक़ीनन ये फैले हुए उनके पर बोलते हैं; वो लोग रहते हैं खामोश अक्सर ज़माने में जिनके हुनर बोलते हैं।
किसी के गुणों की प्रशंसा करके अपना समय नष्ट मत करो; बल्कि उसके गुणों को खुद अपनाने की कोशिश करो।
अच्छी सोच इंसान को हमेशा अच्छा रास्ता दिखाती है।
एक खूबसूरत दिल हजार खूबसूरत चेहरों से ज्यादा बेहतर होता है; इसलिए जिंदगी में हमेशा चुनें ऐसे लोग जिनका दिल चेहरे से ज्यादा खूबसूरत हो।
कीमत पानी की नहीं प्यास की है; कीमत मौत की नहीं सांस की होती है; प्यार तो बहुत करते हैं दुनिया में; पर कीमत प्यार की नहीं विश्वास की होती है।
मानवता की सेवा करने वाले हाथ उतने ही धन्य होते हैं जितने परमात्मा की प्रार्थना करने वाले होंठ।
ताश के पत्तों में इक्का और ज़िंदगी में सिक्का जब चलता है तो दुनिया सलाम ठोकती है।
खुद का अपमान कराके जीने से तो अच्छा है मर जाना; क्योंकि प्राणों को त्यागने से केवल एक ही बार कष्ट होता है; पर अपमानित होकर जीवित रहने से आजीवन दुःख होता है।
कागज अपनी किस्मत से उड़ता है; लेकिन पतंग अपनी काबिलियत से! इसलिए किस्मत साथ दे या न दे; काबिलियत जरुर साथ देती है!
चिंता ताकि कीजिये जो अनहोनी होय अनहोनी होनी नहीं होनी हो तो होय।
अहंकार में तीन गए; धन वैभव और वंश! ना मानो तो देख लो; रावन कौरव और कंस!
किसी ने क्या खूब कहा है कि गरीब आदमी मंदिर के बाहर भीख मांगता है और अमीर आदमी मंदिर के अंदर।
संघर्ष में आदमी अकेला होता है सफलता में दुनिया उसके साथ होती है जब-जब जग जिस पर हंसा है तब-तब उसी ने इतिहास रच है।
ऊपर जिसका अंत नहीं उसे आसमां कहते हैं और इस जहाँ में जिसका अंत नहीं उसे माँ कहते हैं।