बीता हुआ समय कभी वापस नहीं आता।

आत्म सम्मान आत्म निर्भरता के साथ आता है?

मूर्ख की दोस्ती से बुद्धिमान की दुश्मनी अच्छी।

मित्र वो है जिसके शत्रु वही हैं जो आपके शत्रु हैं।

आदमी के शिष्टाचार एक दर्पण है जो उसका चित्र दर्शाता है।

जब तक हम अपना आत्म-सम्मान किसी को ना दें कोई इसे ले नहीं सकता।

दूसरों के दुःख पर अपनी ख़ुशी का निर्माण करने की कोशिश नहीं करनी चाहिए।

शिक्षा सबसे अच्छी मित्र है। एक शिक्षित व्यक्ति हर जगह सम्मान पाता है।

भगवान और इंसान में इतना ही फ़र्क़ है कि भगवान तन से पत्थर और इंसान मन से पत्थर।

सच्चाई के रास्ते पर चलना फायदे की बात होती है। क्योंकि इसी राह पर भीड़ कम होती है।

बीमारी शत्रु और कर्ज अपने आप बढ़ते हैं। इन्हें तुंरत जड़ से ख़त्म कर देना चाहिए।​

इंसान को इंसान धोखा नहीं देता बल्कि वो उम्मीदें धोखा दे जाती हैं जो वो दूसरों से रखता है।

मूर्ख व्यक्ति को अपने में दोष दिखाई नहीं देते हैं पर उसे दूसरों में दोष ही दोष दिखाई देते हैं।

कहते हैं पहला प्यार कभी भुलाया नहीं जाता; फिर पता नहीं लोग क्यों अपने माँ-बाप का प्यार भूल जाते हैं।

एक बहुत अच्छी बात जो ज़िंदगी भर याद रखिये; आप का खुश रहना ही आप का बुरा चाहने वालों के लिए सबसे बड़ी सजा है।