रिश्तों की खूबसूरती एक दूसरे की बात बर्दाश्त करने में है; खुद जैसा इंसान तलाश करोगे तो अकेले रह जाओगे।

कर्मों का फल अवश्य मिलता है पर हमारी इच्छानुसार नहीं कार्य के प्रति हमारी आस्था एवं दृष्टि के अनुसार।

विज्ञान कहता है के जीभ पर लगी चोट जल्दी ठीक होती है; और ज्ञान कहता है के जीभ से लगी चोट कभी ठीक नहीं होती है!

इंसान तब समझदार नहीं होता जब बड़ी बड़ी बातें करने लगे बल्कि तब समझदार होता है जब वो छोटी छोटी बातें समझने लगे।

जिन्दगी में कभी समझौता करना पड़े तो कभी हिचकिचाहट मत रखो; झुकता वही है जिसमें जान होती है अकड़ ही तो मुर्दे की पहचान होती है!

शाम सूरज को ढलना सिखाती है; शमा परवाने को जलना सिखाती है; गिरने वालों को तकलीफ तो होती है; लेकिन ठोकर ही इंसान को चलना सिखाती है!

मेरे पास वक्त नहीं है नफ़रत करने का उन लोगों से जो मुझसे नफ़रत करते हैं; क्योंकि; मैं व्यस्त हूँ उन लोगों में जो मुझसे प्यार करते हैं।

ताश के पत्तों से ताज महल नहीं बनता; नदी को रोकने से समुंदर नहीं बनता; लड़ते रहो ज़िन्दगी से हरपल; क्योंकि एक जीत से कोई सिकंदर नहीं बनता!

इस तरह ना कमाओ कि पाप हो जाये इस तरह ना खर्च करो कि क़र्ज़ हो जाये इस तरह ना खाओ कि मर्ज़ हो जाये इस तरह ना बोलो कि क्लेश हो जाये इस तरह ना चलो कि देर हो जाये इस तरह ना सोचो कि चिंता हो जाये।

आहिस्ता चल जिंदगी,
अभी कई कर्ज़ चुकाना बाकी है।
कुछ दर्द मिटाना बाकी है,
कुछ फर्ज निभाना बाकी है।.
रफ़्तार में तेरे चलने से कुछ रूठ गये,
कुछ छूट गये। रुठों को मनाना बाकी है,
रोतों को हसाना बाकी है।.
कुछ हसरतें अभीं अधूरी है,
कुछ काम भी और जरुरी है।
ख्वाईशें जो घूट गई इस दिल में,
उनको दफ़नाना बाकी है।
.कुछ रिश्तें बनकर टूट गये,
कुछ जुडते-जुडते छूट गये।
उन टूटे-छूटे रिश्तों के जख्मों
को मिटाना बाकी है।.
तू आगे चल मै आता हूँ,
क्या छोड तुझे जी पायेंगे?
इन सांसों पर हक़ है जिनका,
उनको समझाना बाकी हैं।.
आहिस्ता चल जिंदगी,
अभी कई कर्ज़ चुकाना बाकी है...!!
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भय रहित तो केवल वैराग्य ही है।

बुरे व्यक्ति पश्चाताप से भरे होते हैं।

जीवों के प्रति दया रखो। घृणा विनाश की ओर ले जाती है।

आत्मविश्वास में पैदल चलना संदेह में दौड़ने से बेहतर है।

जीवन का लक्ष्य पद प्रतिष्ठा और धन नहीं है बल्कि सेवा है।