डूबता है तो पानी को दोष देता है; गिरता है तो पत्थर को दोष देता है; इंसान भी बड़ा अजीब है; कुछ नहीं कर पाता तो किस्मत को दोष देता है।
डूबता है तो पानी को दोष देता है; गिरता है तो पत्थर को दोष देता है; इंसान भी बड़ा अजीब है; कुछ नहीं कर पाता तो किस्मत को दोष देता है।
अगर किसी को कुछ देना है तो उसे अच्छा वक्त दो। क्योंकि आप हर चीज़ वापिस ले सकते हो; मगर किसी को दिया हुआ अच्छा वक्त वापिस नहीं ले सकते।
ये दुनिया एक रंगमंच है सभी पुरुष और स्त्रियाँ महज किरदार हैं उनको आना-जाना होता है और एक व्यक्ति अपने जीवन में कई किरदार निभाता है।
अश्कों को आँखों की दहलीज पर लाया न करो; अपने दिल का हाल किसी को बताया न करो; लोग मुट्ठी भर नमक लिए घूमा करते हैं; अपने ज़ख़्म किसी को दिखाया न करो!
जिंदगी में वक्त से ज्यादा अपना या पराया कोई नहीं होता; वक्त अपना होता है तो सब अपने होते हैं; और; वक्त पराया होता है तो अपने भी पराये हो जाते हैं।
रिश्ते वो होते हैं जिसमें शब्द कम और समझ ज्यादा हो
जिसमें तकरार कम और प्यार ज्यादा हो
जिसमें आस कम और विश्वास ज्यादा हो
भले हि धर्म कम हो पर करम अच्छे हो
समय एक बहती नदी की तरह है क्योंकि जिस तरह कि सेतु के नीचे से गुजरा पानी कभी वापस नहीं आता उसी तरह बीता हुआ समय भी कभी वापस नहीं आता। तो इसीलिए ज़िन्दगी के हर पल को खुल के जियो!
ईमानदारी किसी कायदे कानून की मोहताज़ नहीं होती।