जीत और हार हमारी सोच पर निर्भर करती है; मान लिया तो हार है सोच लिया तो जीत है।

क्यूँ हर शख्स की गलतियाँ गिनाते हो साथी
जहाँ में आदमी बसते है पैगम्बर नहीं

एक सवेरा था जब हँस कर उठते थे हम; और आज कई बार बिना मुस्कुराये ही शाम हो जाती है।

खुशियां भविष्य के लिए नहीं होती यह वो हैं जो आप वर्तमान के लिए तैयार करते हैं।

रास्ते के पत्थर किसी भी काम के न हों लेकिन उन पर अपनी धार तो तेज़ की ही जा सकती है।

मैंने सीखा है कि गलतियाँ अक्सर उतनी ही अच्छी शिक्षक हो सकती हैं जितनी की सफलता।

जीते जी के झगड़े हैं यह तेरा है यह मेरा है: जब चले गए दुनियाँ से तब ना तेरा है ना मेरा है।

इंसान की फितरत को समझते हैं सिर्फ परिंदे...जितना भी मोहब्बत से बुलाओ मगर पास नहीं आते!

मीठे बोल संक्षिप्त और बोलने में आसान हो सकते हैं लेकिन उन की गूँज सचमुच अनंत होती है।

चरित्र एक वृक्ष है मान एक छाया। हम हमेशा छाया की सोचते हैं लेकिन असलियत तो वृक्ष ही है।

संसार में बड़ा आदमी वही कहलाता है जिससे मिलने के बाद कोई इंसान ख़ुद को छोटा महसूस न करे।

मनुष्य सुबह से शाम तक काम करके उतना नहीं थकता; जितना क्रोध और चिंता से एक क्षण में थक जाता है।

ऐ मेरे मालिक तुझको कुछ बनाना ही है तो मुझे शून्य बना दे ताकि जिससे भी जुड़ जाऊँ वो दस गुणा हो जाए।

महत्व इस बात का नहीं है कि आप कितने अच्छे हैं। महत्व इस बात का है कि आप कितना अच्छा बनना चाहते हैं।

एक बेहतरीन इंसान अपनी जुबान से ही पहचान जाता है; वर्ना अच्छी बातें तो दीवारों पर भी लिखी होती हैं।