एक बार पठान एक आर्ट गैलरी में गया। पठान(मैनेजर से): यह ऐसी बेहुदा चीज़ों को आप आर्ट कहते हैं। मैनेजर: माफ़ कीजिये यह शीशा है।

पठान: लाइट नहीं है तो कमबख्त पंखा तो चला दो। सलमा: आखिर पठान ही हो ना अक्ल तो है नहीं पंखा चला दिया तो मोमबत्ती बुझ जायेगी।

वेटर: खान साहब 10 रूपये टिप तो मेरी बेज्ज़ती है! खान: तो फिर? वेटर: 20 रूपये तो हों! खान: मैं तुम्हारी दुगनी बेज्ज़ती नहीं कर सकता!

आदमी: खान साहब यहाँ से क्लिफ्टन कौन सी बस जाती है? पठान: 20 नम्बर वाली! आदमी: अगर 20 नम्बर वाली न मिले तो? पठान: फिर 10-10 की दो पकड़ लेना!

दोस्त: तुमने इतने छोटे-छोटे बाल क्यों कटवाए? पठान: दरअसल नाई के पास 3 रुपये छुट्टे नहीं थे तो मैंने कहा कि 3 रुपये के और काट दे!

पठान शादी के लिए एक लड़की देखने के लिए गया! लड़की की माँ: लड़की अभी पढाई कर रही है! पठान: कोई बात नहीं मैं दो घंटे के बाद आता हूँ!

डॉक्टर: दवाई हिला कर पिया करो! पठान: ओह ये बड़ी मुश्किल होती है! दवाई हिलाने से चमचे से गिर जाती है फिर ज़मीन से चाटनी पड़ती है!

पठान ट्रेन में सु सु कर के आया! बीवी: आपका पजामा गीला क्यों है? पठान: टॉयलेट में लिखा है ‘जिस्म का कोई भी हिस्सा बाहर न निकाले!`

डॉक्टर: मैं तुम्हें ऐसी दवाई दूंगा कि तुम फिर से जवान हो जाओगे? पठान: ऐसा जुल्म न करना डॉक्टर साहब। हमको पेंशन लगने वाला है।

एक पठान अंगूर बेच रहा था मगर कह रहा था आलू ले लो आलू! एक आदमी: खान साहब यह तो अंगूर हैं! पठान: चुप हो जाओ वरना मक्खियाँ आ जायेंगी!

पुलिस: तुम्हारा दोस्त कैसे मरा? पठान: पता नहीं वो बोला मेरे पेट में चूहे कूद रहे हैं तो मैंने उसको चूहे मारने की दवा खिला दी।

पठान ट्रेन में सु सु कर के आया। बीवी: आपका पजामा गीला क्यों है? पठान: टॉयलेट में लिखा है जिस्म का कोई भी हिस्सा बाहर न निकाले ।

एक पठान घर आया तो सोचने लगा कि आज क्या खास काम करना था? सोचता रहा - सोचता रहा। . .. ... रात को 3 बजे याद आया कि ओ खुदा आज तो जल्दी सोना था।

एक फ़क़ीर पठान के घर पर गया और बोला: मैं अल्लाह का मेहमान हूँ। पठान उसका हाथ पकड़ कर मस्जिद में ले गया और बोला: अल्लाह का घर ये है।

पठान का बच्चा: अब्बू हम को बाजा दिला दो! पठान: नहीं तुम सब को तंग करेगा! बच्चा: नहीं अब्बू! खुदा कसम जब सब सों जायेगा हम तब बजाएगा!