ये कोई गुजरे‪ ‎ज़माने‬ की‪ बीमारी ‬रही होगी
जिसका‪ नाम ‬बिगड़ कर मोंहब्बत हो गया

मेरा तो उस दिन ही प्यार से विश्वास उठ गया था
जब पहली बार धडकन मूवी देखी थी

कमाल का शख्स था, जिसने मेरी जिन्दगी तबाह कर दी
राज की बात है, कि दिल उस से खफा आज भी नहीं

अपनी ही शख्सियत से जुदा हो चला है
जिस शख्स को देखो खुदा हो चला है

आपको ज़ीद हे अगर हमे भूलने की तो
हमे भी ज़ीद हे आपको अपनी याद दिलाने की

तुम मुझ पर लगाओ मैं तुम पर लगाता हूँ
ये ज़ख्म मरहम से नही इल्ज़ामों से भर जायेंगे

तुझे कोई और भी चाहे,इस बात से
दिल थोडा थोडा जलता है,||
पर फखर है मुझे इस बात पे कि,
हर कोई मेरी पसंद पे ही मरता है l

मैंने दिल को लाख समझाया की ऐ दिल उनको याद करना छोड़ दे
पर दिल के हर कोने से आवाज़ आई,यहाँ तो हर सांस में वो बसे है तो क्या सांस लेना छोड़ दे...