विचार : शरीर जल से; बुद्धि ज्ञान से; और आत्मा धर्म से; पवित्र होती है। आपका आज का दिन शुभ हो!

चाहता तो हूँ कि हर रोज़ की सुबह तुझे अनमोल खज़ाना भेजूं; पर मेरे दामन में दुआओं की सिवा कुछ भी नहीं। शुभ दिवस।

सुबह काफी हो चुकी है अब चिराघ बुझा दीजिये; एक हसीं दिन राह देखता है आपकी; बस पलकों के परदे उठा लीजिये! शुभ दिवस!

सुबह काफी हो चुकी है; अब चिराघ बुझा दीजिये! एक हसीं दिन राह देखता है आपकी; बस! पलकों के परदे उठा लीजिये! शुभ दिवस!

कभी सुबह सुहानी होगी; जब रात आपक दीवानी होगी; खूब मिलेंगे दुनिया की राहों में; जो हमसे आपकी कहानी होगी। शुभ दिवस।

एक आह जो दिल को रुला दे; एक वाह जो मन को बहला दे; एक राह जो मंजिल को मिला दे; और एक मैसेज जो अपनों की याद दिला दे! शुभ दिवस!

ना किसी के आभाव में जियो; ना किसी के प्रभाव में जियो; ये जिंदगी आपकी है; बस इसे अपने मस्त स्वाभाव में जियो। शुभ दिवस।

अगर आप एक पेंसिल बनकर किसी की खुशियाँ नहीं लिख सकते हो; तो कोशिश करो कि एक अच्छी रबड़ बनके किसी के गम मिटा दो। शुभ दिन।

सुबह का हर पल ज़िन्दगी दे आपको; दिन का हर लम्हा ख़ुशी दे आपको; जहाँ गम की हवा छू के भी न गुज़रे; खुदा वो जन्नत सी ज़मी दे आपको! शुभ दिवस!

लबों पे मुस्कान आँखों में ख़ुशी; गम का कहीं नाम ना हो; हर दिन लाये आपके जीवन में इतनी खुशियाँ; जिसके ढलने की कोई शाम ना हो। शुभ दिवस।

रात के बाद सुबह को आना ही था; गम के बाद खुशी को आना ही था; क्या हुआ अगर हम देर तक सोते रहे; पर हमारा शुभ दिवस मैसेज तो आना ही था! शुभ दिवस!

पल-पल चेहरे पर मुस्कान रहे; हर एक गम से आप अनजान रहें; जिसके साथ महक उठे आपकी जिंदगी; खुदा करे आपके पास हमेशा वही इंसान रहे। शुभ दिन।

आई है सुबह वो रोशनी लेके; जैसे नए जोश की नयी किरण चमके; विश्वास की लौ सदा जला के रखना; देगी अंधेरों में रास्ता आपको दीया बनके! शुभ दिवस!

ना कार्ड भेज रहा हूँ; ना कोई फूल भेज रहा हूँ; सिर्फ सच्चे दिल से; आपको मैं क्रिसमस मुबारक हो कह रहा हूँ। बड़े दिन की हार्दिक शुभकामनाएं!

यह ज़िन्दगी बस सिर्फ पल दो पल है; जिसमें न तो आज और न ही कल है; जी लो इस ज़िंदगी का हर पल इस तरह; जैसे बस यही ज़िन्दगी का सबसे हसीं पल है। शुभ दिन!