ऊपर भी ले जाने वाली नीचे भी ले जाने वाली; जीवन से मृत्यु तक बस इसकी रहे यही कहानी।

पढ़ने में लिखने में दोनों में ही मैं आता काम; कलम नहीं कागज़ नहीं बताओ क्या है मेरा नाम?

दो बेटे और दो बाप सर्कस देखने गए। उनके पास केवल 3 टिकट थी फिर भी सबने सर्कस देखी। कैसे?

सबके ही घर ये जाये; तीन अक्षर का नाम बताए; शुरु के दो अति हो जाये; अंतिम दो से तिथि बन जाये।

दुनिया भर की करता सैर; धरती पे न रखता पैर; दिन में सोता रात में जगता; जल्दी बताओ मैं हूँ कौन?

बैठूं जैसे बैठे ऊँठ; चलूँ तो जैसे चले हिरन; बूझ सको तो जल्दी बूझ; नहीं तो मैं चला तू तारे गिण।

ऊपर से नीचे बहता हूँ; हर बर्तन को अपनाता हूँ; देखो मुझको गिरा न देना; वरना कठिन हो जाएगा भरना।

एक टोकरी में 5 सेब हैं। 5 सेबों को 5 बच्चों में ऐसे बांटो के सबके पास 1-1 सेब हो और टोकरी में भी 1 सेब हो?

यह फूल है काले रंग का सिर पर हमेशा सुहाए; तेज धूप में खिल-खिल जाता पर छाया में मुरझाए। बताओ क्या?

वो कौन सा काम है जो 1 आदमी अपनी पूरी ज़िंदगी में 1 बार करता है पर वही काम 1 औरत रोज़ करती है? बताओ क्या?

ऐसा कौन सा जुर्म है जिसे करने की कोशिश की जाये तो उसकी सज़ा है पर अगर कर लिया जाये तो कोई सज़ा नहीं?

आपके ही घर ये आये तीन अक्षर का नाम बताए शुरु के दो अति हो जाये अंतिम दो से तिथि बताये। बताओ क्या?

आपके ही घर पे आये तीन अक्षर का नाम बताए; शुरु के दो अति हो जाये अंतिम दो से तिथि बन जाये। बताओ क्या?

अगर आप एक गेंद को अपने से 20 फ़ीट दूर फैंकते हैं तो वो बिना किसी चीज़ को छुए आपके पास वापस कैसे आ सकती है?

क्रोध से सब को दुःख देते हैं प्यार से सब को सुख देते हैं सच भी हम हैं झूठ भी हम हैं बताओ तो हम क्या हैं?