देखो फिर ये हसीं रात आ गयी; कहनी थी आपसे जो बात वो याद आ गयी; हम बैठे थे इन सितारों की पनाह में; जब चाँद को देखा तो आपकी याद आ गयी। शुभ रात्रि!
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देखो फिर ये हसीं रात आ गयी; कहनी थी आपसे जो बात वो याद आ गयी; हम बैठे थे इन सितारों की पनाह में; जब चाँद को देखा तो आपकी याद आ गयी। शुभ रात्रि!
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