क्या हूँ मैं और क्या समझते है; सब राज़ नहीं होते बताने वाले; कभी तनहाइयों में आकर देखना; कैसे रोते है सबको हंसाने वाले।
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क्या हूँ मैं और क्या समझते है; सब राज़ नहीं होते बताने वाले; कभी तनहाइयों में आकर देखना; कैसे रोते है सबको हंसाने वाले।
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