तू अभी और भी तनहा होगी:
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मैं अभी और भी याद आने वाला हूँ.
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सुनो तुम क्युँ मरते हो मुझ पे
मैँ तो जिन्दा ही तुम से हुँ

नाम खुद कमाना पड़ता है
और बदनामी लोग आपको कमा के देते हैं

मेरा मज़हब सिर्फ प्रेम है और तुम इसके अकेले सिद्धांत हो।

नाम खुद कमाना पड़ता है
और बदनामी लोग आपको कमा के देते हैं

प्रेम सबंधो में पड़ने की बजाये प्रेम करने वाले इंसान बनो।

कुछ तो अपने दिल को मोम करो
इतनी भी बेरुख़ी भला किस काम की

आज फिर से जीने का सोचा
उनकी याद आई और फिर से हौसले टुट गये

दिल मेँ बुराई रखने से बेहतर है; अपनी
नाराजगी जाहिर कर दो..!!!

उसने कहा पागल हो तुम
हमने कहा बेशक पर सिर्फ तुम्हारे लिए

तुम्हारे बाद मैं जिस का हो गया
पगली उसी का नाम तन्हाई हैं

महरूम ना कर साये से अपने ....
बिखर जायेंगे फिर आँखों से सपने !!

प्रेम अधिकार का दावा नहीं करता बल्कि स्वतंत्रता देता है।

प्रेम एक मात्र वह भविष्य है जिसका भगवान प्रस्ताव देता है।

ऐ अन्ज़ान उससे कह दो कि, मोहब्बत नही आती, पर रहम तो आता होगा ना?