करे कोशिश अगर इंसान तो क्या-क्या नहीं मिलता; वो सिर उठा के तो देखे जिसे रास्ता नहीं मिलता; भले ही धूप हो काँटे हों राहों में मगर चलना तो पड़ता है; क्योंकि किसी प्यासे को घर बैठे कभी दरिया नहीं मिलता।

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