Home
Aapka Swagat Hai
Shayari Bazar
Mai
Toggle navigation
Menu
English
Punjabi
Hindi
Urdu
Haryanvi
Two-lines
Riddles
Sms
Facebook Status
Jokes
Quotes
Catholic
Home
Hindi
Birthday Shayari
तनहा बैठ न देख हाथों की
तनहा बैठ न देख हाथों की
तनहा बैठ न देख हाथों की लकीरें अपनी; उठ बाँध कमर और लिख दे खुद तक़दीर अपनी।
Like
(
0
)
Dislike
(
0
)
Share
Related Post
महान चीज़े हासिल करने के लिए
अँधेरी से अँधेरी रात का भी
तेरी बेवफाई पर इतना ही कहूँगा
शेर छलांग मारने के लिए एक
प्रत्येक समस्या अपने साथ आपके लिए
मायूस मत होना यह एक गुनाह
अपनी भूल अपने ही हाथों से
अभी ना पूछो हमसे मंजिल कहाँ
गम ना कर ज़िंदगी बहुत बड़ी
तुम जब पैदा हुए तो तुम
Your Comment
Login
Your Comment