नदी की धार के विपरीत जा कर देखिये; ज़िंदगी को कभी आज़मा कर तो देखिये; आँधियाँ खुद ब खुद मोड़ लेंगी अपना रास्ता; आँधियों में कभी दीपक जलाकर तो देखिये।
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नदी की धार के विपरीत जा कर देखिये; ज़िंदगी को कभी आज़मा कर तो देखिये; आँधियाँ खुद ब खुद मोड़ लेंगी अपना रास्ता; आँधियों में कभी दीपक जलाकर तो देखिये।
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