माँ से रिश्ता ऐसा बनाया जाऐ जिसको निगाहों में बिठाया जाऐ
रहे उसका मेरा रिश्ता कुछ ऐसे कि वो अगर उदार हो तो हमसे भी मुस्कुराया ना जाऐ
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माँ से रिश्ता ऐसा बनाया जाऐ जिसको निगाहों में बिठाया जाऐ
रहे उसका मेरा रिश्ता कुछ ऐसे कि वो अगर उदार हो तो हमसे भी मुस्कुराया ना जाऐ
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