आँखों में देख कर वो दिल की हकीकत जानने लगे; उनसे कोई रिश्ता भी नहीं फिर भी अपना मानने लगे; बन कर हमदर्द कुछ ऐसे उन्होंने हाथ थामा मेरा; कि हम खुदा से दर्द की दुआ मांगने लगे।
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आँखों में देख कर वो दिल की हकीकत जानने लगे; उनसे कोई रिश्ता भी नहीं फिर भी अपना मानने लगे; बन कर हमदर्द कुछ ऐसे उन्होंने हाथ थामा मेरा; कि हम खुदा से दर्द की दुआ मांगने लगे।
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