तू ही मिल जाये मुझे ये ही काफ़ी है; मेरी हर साँस ने बस यही दुआ माँगी है; जाने क्यों दिल खींचा जाता है तेरी तरफ़; क्या तुमने भी मुझे पाने की कोई दुआ माँगी है।
Like (0) Dislike (0)
तू ही मिल जाये मुझे ये ही काफ़ी है; मेरी हर साँस ने बस यही दुआ माँगी है; जाने क्यों दिल खींचा जाता है तेरी तरफ़; क्या तुमने भी मुझे पाने की कोई दुआ माँगी है।
Your Comment