मेरी साँसों में बिखर जाओ तो अच्छा होगा; बन के रूह मेरे जिस्म में उतर जाओ तो अच्छा होगा; किसी रात तेरी गोद में सिर रख के सो जाऊं; फिर उस रात की कभी सुबह ना हो तो अच्छा होगा।
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मेरी साँसों में बिखर जाओ तो अच्छा होगा; बन के रूह मेरे जिस्म में उतर जाओ तो अच्छा होगा; किसी रात तेरी गोद में सिर रख के सो जाऊं; फिर उस रात की कभी सुबह ना हो तो अच्छा होगा।
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