साहिल पर खड़े-खड़े हमने शाम कर दी; अपना दिल और दुनिया आप के नाम कर दी; ये भी न सोचा कैसे गुज़रेगी ज़िंदगी; बिना सोचे-समझे हर ख़ुशी आपके नाम कर दी।
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साहिल पर खड़े-खड़े हमने शाम कर दी; अपना दिल और दुनिया आप के नाम कर दी; ये भी न सोचा कैसे गुज़रेगी ज़िंदगी; बिना सोचे-समझे हर ख़ुशी आपके नाम कर दी।
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