मैं अल्फाज़ हूँ तेरी हर बात समझता हूँ; मैं एहसास हूँ तेरे जज़्बात समझता हूँ; कब पूछा मैंने कि क्यूँ दूर हो मुझसे; मैं दिल रखता हूँ तेरे हालात समझता हूँ।
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मैं अल्फाज़ हूँ तेरी हर बात समझता हूँ; मैं एहसास हूँ तेरे जज़्बात समझता हूँ; कब पूछा मैंने कि क्यूँ दूर हो मुझसे; मैं दिल रखता हूँ तेरे हालात समझता हूँ।
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