Home
Aapka Swagat Hai
Shayari Bazar
Mai
Toggle navigation
Menu
English
Punjabi
Hindi
Urdu
Haryanvi
Two-lines
Riddles
Sms
Facebook Status
Jokes
Quotes
Catholic
Home
Hindi
Dard Shayari
ठोकरें खाकर भी ना संभले तो
ठोकरें खाकर भी ना संभले तो
ठोकरें खाकर भी ना संभले तो मुसाफिर का नसीब
राह के पत्थर तो अपना फ़र्ज़ अदा करते हैं
Like
(
0
)
Dislike
(
0
)
Share
Related Post
संगे मरमर की तू बात न
जिसे दिल मे जगह दी थीवो
Beta: बड़ा आदमी बनना है तो
कुए में उतरने वाली बाल्टी अगर
वो खुद पर गरूर करते है
जब वफा की बात आये तो
आज दर्द कुछ इस तरह से
अगर प्यार करती हो तो आ
सीने पे तीर खाके भी अगर
मौसम बदलते बदलती ये परछाईयाना बदले
Your Comment
Login
Your Comment