ज़िंदगी में कोई ख़ास था; तन्हाई के सिवा कुछ न पास था; पा तो लेते ज़िंदगी की हर ख़ुशी; पर हर ख़ुशी में तेरी कमी का एहसास था।
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ज़िंदगी में कोई ख़ास था; तन्हाई के सिवा कुछ न पास था; पा तो लेते ज़िंदगी की हर ख़ुशी; पर हर ख़ुशी में तेरी कमी का एहसास था।
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