दो कदम तो सब साथ चलते हैं; पर ज़िंदगी भर का साथ कोई नहीं निभाता; अगर रो कर भुलाई जाती यादें; तो हँस कर कोई गम नहीं छुपाता।
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दो कदम तो सब साथ चलते हैं; पर ज़िंदगी भर का साथ कोई नहीं निभाता; अगर रो कर भुलाई जाती यादें; तो हँस कर कोई गम नहीं छुपाता।
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