लम्हों का हिसाब रखते हो; जिंदगी की हसीं किताब रखते हो; फुर्सत मिले तो लिखना कभी; क्या मुझे दिल से याद करते हो।
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लम्हों का हिसाब रखते हो; जिंदगी की हसीं किताब रखते हो; फुर्सत मिले तो लिखना कभी; क्या मुझे दिल से याद करते हो।
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