पहले के जमाने में जब कोई अकेला बैठा-बैठा हँसता था तो लोग कहते थे पागल हो गया है या फिर इस पर भूत-प्रेत का साया है। मगर आज के ज़माने में जब कोई अकेला बैठकर हँसता है तो लोग कहते हैं . . . . . क्या यार अकेले-अकेले मजे ले रहा है मुझे भी SEND कर ना।

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