मंदिर में जूते उतारते समय और किसी को मिस कॉल करते समय मन में बस एक ही ख्याल रहता है . . . . . . . . यार कहीं कोई उठा ही ना ले।
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मंदिर में जूते उतारते समय और किसी को मिस कॉल करते समय मन में बस एक ही ख्याल रहता है . . . . . . . . यार कहीं कोई उठा ही ना ले।
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