हम तो निकले थे तलाश-ए-इश्क में अपनी तनहाईयों से लड़ कर; . . . . . . . . मगर गर्मी बहुत थी गन्ने का रस पी के वापिस आ गए।
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हम तो निकले थे तलाश-ए-इश्क में अपनी तनहाईयों से लड़ कर; . . . . . . . . मगर गर्मी बहुत थी गन्ने का रस पी के वापिस आ गए।
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