ना वक्त इतना हैं कि सिलेबस पूरा हो; ना चिराग का जिन है जो परीक्षा सफल कराये; ना जाने कौन सा दर्द दिया है इस पढ़ाई ने; ना रोया जाय और ना सोया जाए।
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ना वक्त इतना हैं कि सिलेबस पूरा हो; ना चिराग का जिन है जो परीक्षा सफल कराये; ना जाने कौन सा दर्द दिया है इस पढ़ाई ने; ना रोया जाय और ना सोया जाए।
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