कदम-कदम पे सुनहरे फूल खिलें; ना हो कभी काँटों का सामना; ज़िंदगी आपकी यूँ ही खुशियों से भरी रहे; करते हैं हम हरदम यही कामना। सुप्रभात!
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कदम-कदम पे सुनहरे फूल खिलें; ना हो कभी काँटों का सामना; ज़िंदगी आपकी यूँ ही खुशियों से भरी रहे; करते हैं हम हरदम यही कामना। सुप्रभात!
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